Boycott such Advertisements And keep Young Generation away from these Advertisements,
Boycott such Advertisements
And keep Young Generation away from these Advertisements,
Indian Girls are fascinated by seeing the bandage of men's tights or smelling their Deo,
sure what????
The entire Advertising Industry is hell bent on explaining this to us.
That a woman is ready to go mad after seeing an Underwear Chadis worth
Rs 150.
Women are becoming officers,
winning medals in olympics,
becoming owners of companies,
She is improving the future of her family by becoming a housewife.
But if the Advertisements are to be believed, then she is only fond of watching the neighborhood boy wearing Underwear hiding on the terrace.
Even though these ads are made for entertainment,
But they are going to have a very bad effect on boys and girls of 10-15 years.
They are directly teaching the boys that
Study, manners gone to get oil, you just change your Clothes and girls will dance around you,
They are teaching them not to apply deo to remove body odour,
Use it to impress a girl.
They are not only tricking the youth of today but also the next generation.
And teaching them to consider the woman only worthy
boycott such Advertisements
And keep Young Generation away from these Advertisements,
And if possible, keep yourself away too.
Wear Underwear that you like
Apply perfume that you like
Use whatever toothpaste you like.
But always keep in mind that
No woman will be attracted to see these
Whether you are Varun Dhawan or Vicky Kaushal,
because in reality
No girl will be interested in your dirty or nice Underwear!!!
पुरुषों की चड्डी की पट्टी देखकर या उनके Deo को सूंघकर भारतीय लड़कियां मोहित हो जाती हैं,
ज़रूर क्या????
पूरी एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री हमें यह समझाने पर तुली हुई है।
कि एक महिला अंडरवीयर की चाडि़यों को देखकर पागल होने को तैयार हो जाती है
महिलाएं बन रही हैं अफसर,
ओलंपिक में पदक जीतना,
कंपनियों के मालिक बनना,
वह गृहिणी बनकर अपने परिवार का भविष्य संवार रही हैं।
लेकिन विज्ञापनों की माने तो उन्हें पड़ोस के लड़के को अंडरवीयर पहने छत पर छुपे हुए देखने का ही शौक है.
भले ही ये विज्ञापन मनोरंजन के लिए बनाए गए हों,
लेकिन 10-15 साल के लड़के-लड़कियों पर इनका बहुत बुरा असर पड़ने वाला है।
वे सीधे लड़कों को सिखा रहे हैं कि
पढाई, शिष्टाचार तेल लेने चले गए, तुम बस अपने कपड़े बदल लो और लड़कियां तुम्हारे चारों ओर नाचेंगी,
शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए डियो नहीं लगाना सिखा रहे हैं।
किसी लड़की को प्रभावित करने के लिए इसका इस्तेमाल करें।
वे न केवल आज के युवाओं को बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी बरगला रहे हैं।
और उन्हें स्त्री को ही योग्य समझना सिखाते हैं
ऐसे विज्ञापनों का बहिष्कार करें
और बच्चों को इन विज्ञापनों से दूर रखें,
और हो सके तो खुद को भी दूर रखें।
अंडरवियर पहनें जो आपको पसंद हों
अपनी पसंद का परफ्यूम लगाएं
आपको जो भी टूथपेस्ट पसंद हो उसका इस्तेमाल करें।
लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि
इन्हें देखकर कोई भी महिला आकर्षित नहीं होगी
चाहे आप वरुण धवन हों या विक्की कौशल,
क्योंकि हकीकत में
किसी भी लड़की को आपके गंदे या अच्छे अंडरवीयर में दिलचस्पी नहीं होगी!!!
Comments
Post a Comment