Jayant Babu has retired from the Secretariat.
advice🖋️
Jayant Babu has retired from the Secretariat.
He and his wife live in a flat in Ranchi.
He planned to go to Shimla Manali in Dussehra.
Before going out, Jayant Babu thought that if a thief entered in his absence, he would break all the cupboards and boxes in the house.
Will get damaged because no cash will be found.
So he put 1000 rupees on the table to save the house from being ruined.
With a dialogue that read:
O stranger, my heartiest congratulations to you for working hard to enter my house.
But it has to be said with regret that we are a middle class family from the beginning and our family runs on little pension money. So we don't have any extra cash.
I am really ashamed that your hard work and your precious time is being wasted.
That's why I have left this little money on the table in honor of the dust at your feet.
Please accept it.
And I am telling you some ways to increase your business.
You can try.
Success will come.
A very influential minister lives on the eighth floor opposite my flat.
Renowned property dealer lives in 7th floor.
The chairman of the co-operative bank lives on the 6th floor.
Leading industrialists on the fifth floor.
Nami Maharaj Ji is on the fourth floor.
And on the third floor there is a corrupt political leader.
His house is full of jewelry and cash.
I can say with certainty that your commercial success will not harm them and none of them will report to the police.
When Jayant Babu and his wife returned after the journey, they found a bag lying on the table.
He was surprised to see Rs 10 lakh cash and a letter kept in the bag.
On the letter it was written:
Thank you very much sir for your instruction and education.
I'm sorry that I couldn't get closer to you earlier.
As per your instructions I successfully completed the mission.
I have left this small amount as a thank you.
I wish for your blessings and guidance in future also
Sincerely Thief
सलाह🖋️
🤣🤣🤣🤣🤣
जयंत बाबू सचिवालय से सेवानिवृत्त हुए हैं।
वह और उनकी पत्नी राँची के एक फ़लैट में रहते हैं।
उन्होंने दशहरा में शिमला मनाली जाने की योजना बनाई।
बाहर जाने से पहले जयंत बाबू ने सोचा कि अगर उनकी गैरमौजूदगी में कोई चोर घुस गया तो वो घर की सारी अलमारी और पेटी तोड़ कर
क्षतिग्रस्त कर देंगे क्योंकि कोई नकद नहीं मिलेगा।
इसलिए उन्होने घर को बर्बाद होने से बचाने के लिए 1000 रुपये टेबल पर रख दिए।
एक संवाद के साथ जिसमें लिखा था:
हे अजनबी, मेरे घर में प्रवेश करने के लिए आपने कड़ी मेहनत की इसके लिए मेरी हार्दिक बधाई।
लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है की हम शुरू से मध्यम वर्गीय परिवार हैं और हमारा परिवार पेंशन के थोड़े से पैसे से चलता है। इसलिए हमारे पास कोई अतिरिक्त नकदी नहीं है।
मुझे सच में बहुत शर्म आ रही है कि आपकी मेहनत और आपका कीमती समय बर्बाद हो रहा है।
इसलिए मैंने आपकी पैरों की धूल के सम्मान में यह थोड़े से पैसे मेज पर छोड़ दिए हैं।
कृपया इसे स्वीकार करें।
और मैं आपको आपके बिजनेस को बढ़ाने के कुछ तरीके बता रहा हूं।
आप कोशिश कर सकते हैं।
सफलता मिलेगी।
मेरे फ्लैट के सामने आठवीं मंजिल पर एक बहुत प्रभावशाली मंत्री रहता है।
नामी प्रॉपर्टी डीलर सातवें माले में रहता है।
सहकारी बैंक के अध्यक्ष छठे तल पर रहते हैं।
पांचवी मंजिल पर प्रमुख उद्योगपति।
चौथी मंजिल पर नामी महाराज जी हैं।
व तीसरी मंजिल पर एक भ्रष्ट राजनीतिक नेता हैं।
उनका घर गहनों और नकदी से भरा है।
मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं की आपकी व्यावसायिक सफलता उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएगी और उनमें से कोई भी पुलिस को रिपोर्ट नहीं करेगा।
यात्रा के बाद जब जयंत बाबू और उनकी पत्नी वापस लौटे तो उन्हें टेबल पर एक बैग रखा मिला।
बैग में 10 लाख रुपए नकद और एक पत्र रखा देखकर वह हैरान रह गये।
पत्र पर लिखा था:
आपके निर्देश और शिक्षा के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर।🙏
मुझे इस बात का अफ़सोस है की मैं पहले क्यों आपके करीब नहीं आ पाया।
आपके निर्देशानुसार मैंने मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया।
मैंने इस छोटी सी राशि को धन्यवाद के रूप में छोड़ दिया है।
भविष्य में भी मैं आपके आशीर्वाद और मार्गदर्शन की कामना करता हूँ
भवदीय - चोर
😀😀😀😀😀
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